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Nakhatrana-Bhuj, Kutch-Gujarat, India
World's No. 1 Database of Lord Bajrang Bali Statues and Temples in India and Abroad on Internet Social Media Site.**Dy. Manager-Instrumentation at Archean Chemical Industries Pvt. Ltd., Hajipir-Bhuj (Gujarat). Studied BE, Instrumentation and Control Engineering (First Class) at Govt. Engineering College, Gandhinagar affiliated to Gujarat University.**

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Monday, 27 July 2015

गीतावली_राम राज्याभिषेक_अयोध्यामें आनंद_राम राज_गोस्वामी तुलसीदास लिखित

आजु अवध आनंद-बधावन, रिपु रन जीति राम आए I
सजि सुबिमान निसान बजावत मुदित देव देखन धाए II १ II
घर-घर चारु चौक, चंदन-मनि, मंगल-कलस सबनि साजे I
ध्वज-पताक, तोरन, बितानबर, बिबिध भाँति बाजन बाजे II २ II
राम-तिलक सुनि दीप दीपके नृप आए उपहार लिये I
सीयसहित आसीन सिंहासन निरखि जोहारत हरष हिये II ३ II
मंगलगान, बेदधुनि, जयधुनि, मुनि-असीस-धुनि भुवन भरे I
बरषि सुमन सुर-सिद्ध प्रसंसत, सबके सब संताप हरे II ४ II
राम-राज भइ कामधेनु महि, सुख संपदा लोक छाए I
जनम जनम जानकीनाथके गुनगन तुलसीदास गाये II ५ II
भावार्थ :- महाराजा राम शत्रुको युद्धमें जीतकर आये हैं; इसलिये आज अयोध्यामें आनंदमय बधावा हो रहा है I देवतालोग अपने सुंदर विमान सजाकर प्रसन्नतापूर्वक बाजे बजाते उन्हें देखनेके लिये दौड़े आ रहे हैं II १ II घर-घरमें चंदन और मणियोंके सुंदर चौक पूरे गये हैं, सबने मङ्गलकलश तथा ध्वजा, पताका, तोरण और अच्छे-अच्छे चँदोवे सजाये हैं तथा जगह-जगह तरह-तरहके बाजे बज रहे हैं II २ II भगवान रामचन्द्रजीके राज्याभिषेकका समाचार सुनकर द्वीप-द्विपान्तरोंके राजालोग उपहार लिये आये हैं और भगवान श्रीरामको श्रीसीताजीके सहित सिंहासनपर बैठे देख हृदयमें हर्षित होकर जुहारते हैं II ३ II सारे भुवन मङ्गलगान, वेदध्वनि, जयघोष और मुनीस्वरोंके आशीर्वादात्मक शब्दोंसे भरे हुए हैं I देवता और सिद्धलोग पुष्प बरसाकर भगवानकी प्रशंसा करते हैं तथा भगवानने भी सबके सभी दुःख दूर कर दिये हैं II ४ II राम राजमें पृथ्वी कामधेनुरूपा हो गयी है और संपूर्ण लोक सुख एवं संपत्तिसे छा गये हैं I तुलसीदासने भी जन्म जन्ममें श्रीजानकीनाथके ही गुणगणका गान किया है  II ५ II

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